Shodashi for Dummies

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एकान्ते योगिवृन्दैः प्रशमितकरणैः क्षुत्पिपासाविमुक्तैः

Numerous good beings have worshipped components of Shodashi. The nice sage, Sri Ramakrishna, worshiped Kali throughout his entire lifetime, and at its culmination, he paid homage to Shodashi by way of his individual wife, Sri Sarada Devi. This illustrates his greatness in viewing the divine in all beings, and especially his lifetime partner.

कामेश्यादिभिरावृतं शुभ~ण्करं श्री-सर्व-सिद्धि-प्रदम् ।

Worshippers of Shodashi look for don't just materials prosperity and also spiritual liberation. Her grace is said to bestow both of those worldly pleasures and the indicates to transcend them.

पद्मरागनिभां वन्दे देवी त्रिपुरसुन्दरीम् ॥४॥

चतुराज्ञाकोशभूतां नौमि श्रीत्रिपुरामहम् ॥१२॥

पुष्पाधिवास विधि – प्राण प्रतिष्ठा विधि

ह्रीं‍श्रीर्मैं‍मन्त्ररूपा हरिहरविनुताऽगस्त्यपत्नीप्रदिष्टा

The Shodashi Mantra is a 28 letter Mantra and therefore, it is without doubt one of the easiest and most straightforward Mantras that you should recite, bear in mind and chant.

लक्ष्या या चक्रराजे नवपुरलसिते योगिनीवृन्दगुप्ते

प्रणमामि महादेवीं मातृकां परमेश्वरीम् ।

Cultural activities like people dances, audio performances, and plays are integral, serving for a medium to impart standard tales and values, Specifically towards the young generations.

get more info ज्योत्स्नाशुद्धावदाता शशिशिशुमुकुटालङ्कृता ब्रह्मपत्नी ।

यह साधना करने वाला व्यक्ति स्वयं कामदेव के समान हो जाता है और वह साधारण व्यक्ति न रहकर लक्ष्मीवान्, पुत्रवान व स्त्रीप्रिय होता है। उसे वशीकरण की विशेष शक्ति प्राप्त होती है, उसके अंदर एक विशेष आत्मशक्ति का विकास होता है और उसके जीवन के पाप शान्त होते है। जिस प्रकार अग्नि में कपूर तत्काल भस्म हो जाता है, उसी प्रकार महात्रिपुर सुन्दरी की साधना करने से व्यक्ति के पापों का क्षय हो जाता है, वाणी की सिद्धि प्राप्त होती है और उसे समस्त शक्तियों के स्वामी की स्थिति प्राप्त होती है और व्यक्ति इस जीवन में ही मनुष्यत्व से देवत्व की ओर परिवर्तित होने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर लेता है।

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